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एक नगर, चार शायर, तरही ग़ज़लें
एक नगर, चार शायर, तरही ग़ज़लें शहर की साहित्य सभा 'कोरिया रचना साहित्य मंच' के व्हाट्सअप ग्रुप में आज कल फ़िल-बदीह का आरम्भ हुआ...

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एक ज़मीन, तीन शायर, तीन गज़लें - 28 March 25 बैकुंठपुर कोरिया के शायर विजय 'शान' ने एक ग़ज़ल कही. उसी ज़मीन पर ताहिर 'आज़मी' और फि...
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बेटे पर दो कविताएँ बेटा -1 छुटपन से लेकर किशोरावस्था तक ऐसा कोई दिन नहीं हुआ जब राह चलते उसके पाँव न टकराए हों मेरे पाँवों से कभी...
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